बालोद। ग्राम सिवनी में तांदुला नहर पर बना सौ साल पुराना पुल हल्के वाहनों के आवागमन हेतु उपयुक्त है। जलसंसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता ने बताया की लगभग 100 वर्ष पूर्व निर्मित पुल मजबूत स्थिति में है, तकनीकी संरचनात्मक दृष्टि से एवं हल्के वाहनों के आवागमन के लिए उपयुक्त है। उन्होंने बताया की पुल में दरार न होकर स्लेब और पेरापेट वाल (अहाता) के बीच का ज्वाईंट परिलक्षित हो रहा है। भारी वाहनों के आवागमन को रोकने के लिए कांक्रीट के खंभे लगा दिये गये हैं ताकि दो पहिया तथा हल्के वाहनों का आवागमन अबाधित हो सके, जिससे आमजनों को असुविधा न हो तथा पुल भी सुरक्षित रह सके। उन्होंने बताया की पुल के सतह का समतलीकरण कार्य मुरूम डालकर कर दिया गया है एवं वर्तमान में पुल की चौड़ाई बढ़ाया जाना संभव नहीं।
बालोद। दर्रीटोला जलाशय पूर्ण रूप से सुरक्षित है, जलाशय से पानी का लिकेज नहीं हो रहा है। जलसंसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता ने बताया की ग्राम बरही के पास वर्ष 1912 में निर्मित दर्रीटोला जलाशय कहीं भी क्षतिग्रस्त नहीं हुआ है, यह पूर्णत: सुरक्षित स्थिति में है उन्हें बताया की मिली सूचना के अनुसार जिस मेड़ पार में लीकेज बताया गया। वह बांध के पानी का फिल्टर होकर बहाव है जो कि स्वाभाविक एवं सुरक्षित प्रक्रिया है। कार्य स्थल का निरीक्षण कर लीकेज ड्रेन की सफाई भी करा दी गई है एवं इस लीकेज के पानी को सुरक्षित निकासी की जा रही है, किसी भी कृषक के खेत को काई नुकसान या समस्या नहीं है एवं जलाशय अपने पूर्ण क्षमता के साथ कृषकों के खेती की सिंचाई एवं आम ग्रामीणजनों के निस्तारी के लिए लाभकारी है।
00 आपदा की विपरीत स्थितियों से निपटने अधिकारी/कर्मचारियों को हमेशा अलर्ट रहने के दिए निर्देश
भिलाई नगर। नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र के विभिन्न स्थानों में कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा ने बरसते पानी में भी देर रात 11 बजे से 2 बजे तक शहर में पानी निकासी की व्यवस्था एवं जलभराव की स्थितियों का जायजा लेने पहुंचे। विगत दिनों से हो रही लगातार बारिश को देखते हुए कलेक्टर ने भिलाई निगम क्षेत्र के ऐसे स्थानों जहां पर बारिश के दिनों में जलभराव की शिकायतें होती है उन स्थानों पर पहुंचकर निकासी की व्यवस्थाओं का उन्होंने निरीक्षण किया। कलेक्टर श्री मीणा ने बड़े नालों का भी निरीक्षण कर पानी निकासी की व्यवस्था देखी। वहीं कई निचली बस्तियों में पहुंचकर उन्होंने वहां के रहवासियों से भी निकासी की उचित व्यवस्था को लेकर जानकारी ली।
कलेक्टर ने कोसानाला, तेल्हा नाला, इंदु आईटी स्कूल के समीप स्थित नाला, जवाहर नगर, करुणा अस्पताल के समीप स्थित नाला, गौतम नगर स्थित नाला, बालाजी नगर स्थित नाला, राधिका नगर, बाबू नगर स्थित नाला, छावनी चौक एवं खुर्सीपार की बस्तियों सहित विभिन्न क्षेत्रों का निरीक्षण किए। इन सभी क्षेत्रों में अधिक वर्षा में नाला में ओवरफ्लो की शिकायतें प्राप्त होती है जिसके चलते आसपास के क्षेत्रों में जलभराव की समस्या उत्पन्न होती है। हालांकि निगम ने गर्मी के दिनों से ही नालों की सफाई का वृहद अभियान चलाकर कचरो को नालों से निकालने का काम किया था। जिसके चलते नाला में ओवर फ्लो की समस्या उत्पन्न नहीं हो रही है। निरीक्षण के दौरान निगम आयुक्त लोकेश चंद्राकर एवं निगम के स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा मौके पर मौजूद रहे।
*प्रत्येक पॉइंट पर पानी निकासी के लिए तैनात रहा अमला* कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान भिलाई निगम की टीम प्रत्येक पॉइंट पर पानी निकासी के लिए मौजूद मिली। उन्होंने कहा कि आपदा की स्थिति में ऐसे ही अलर्ट रहकर कार्य करने की आवश्यकता है, ऐसी विपरीत स्थितियों का सामना करने के लिए कर्मचारी/अधिकारी अपनी टीम के साथ हमेशा तैनात रहे। जलभराव वाले क्षेत्रों का निरीक्षण करते हुए पानी निकासी की समुचित व्यवस्था बनाए। लगातार लोगों के संपर्क में रहे और किसी भी आपदा की स्थिति से उबरने व्यापक तैयारी रखें। किसी भी क्षेत्र में जलभराव की समस्या होने पर त्वरित कार्यवाही करते हुए निकासी की व्यवस्था बनाएं।
कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा ने निरीक्षण के दौरान निर्देश दिए कि जिन जलभराव वाले क्षेत्रों को निगम ने चिन्हित किया है उन क्षेत्रों में विशेष रुप से टीम अलर्ट रहकर कार्य करें। नाला की समीपस्थ बस्तियों का इस दौरान आवश्यक रूप से निरीक्षण करें, जलभराव की संभावना वाले निचली बस्तियों में टीम नालियों की भी व्यापक रूप से सफाई रखें। आपदा की स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक संसाधन तैयार रखें। नाला का पानी कम होते ही फंसे हुए कचरो को निकालने का काम भी व्यापक रूप से हो, ताकि पानी का फ्लो बना रहे और आसानी से निकासी हो सके।
महापौर नीरज पाल के निर्देश पर निगम मुख्य कार्यालय में अतिवृष्टि एवं आपदा प्रबंधन के लिए कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। कंट्रोल रूम ऐसी परिस्थितियों के लिए 24 घंटे खुला है। अतिवृष्टि के दौरान कंट्रोल रूम में प्राप्त होने वाली शिकायतों का निराकरण तत्काल संबंधित अधिकारियों को सूचित कर किया जाएगा। मुख्य कंट्रोल रूम के नंबर 0788-2294303 एवं 18002334242 पर किसी भी समय संपर्क कर सकते हैं।
नारायणपुर। सतनाम भवन नयापारा जिला नारायणपुर में सर्व अनुसूचित जाति वर्ग के संयोजक धंसराज टंडन के नेतृत्व में सभी जिलों में अनुसूचित जाति वर्ग का गठन किया जा रहा है। जिसमें जिला संरक्षक सनातन मेरसा, बी आर सोरी, डॉक्टर परमानंद बघेल , जिला अध्यक्ष पद हेतु चैनसिंह कोमरा, जिला उपाध्यक्ष श्रीमती सत्यशीला मेश्राम, जिला उपाध्यक्ष दिगंबर आम्डे, जिला सचिव उमेश रावत, जिला सह सचिव सुजीत डाहरे, जिला कोषाध्यक्ष विजय सलाम ,जिला सह कोषाध्यक्ष रामाधीन कुलदीप, मुख्य सलाहकार दिलीप आम्डे, मनोज बागड़े, राकेश कुमार कुर्रे ,विनोद डाहरे, गजानंद चिमनकार , मीडिया प्रभारी दीपक गांधी, कार्यकारिणी सदस्य विनय सहारे, नवीन महाजन, मनीष रामटेके, राकेश कुमार कुर्रे , भूपेंद्र धमगया ,मुकुंदलाल घृतलहरे, राजू चिमनकार को सर्व अनुसूचित जाति वर्ग जिला नारायणपुर का पदाधिकारी मनोनीत किया गया।
इस अवसर पर अनुसूचित जाति वर्ग के समाज के प्रमुखगण बड़ी संख्या में उपस्थित हुए मनोनीत पदाधिकारियों को एमडी बघेल संरक्षक, पी एल ठाकरे अनिल कोराम , परमानंद बघेल ने सभी को बधाई दी। उक्त जिला स्तरीय गठन का संचालन सनातन मेरसा के द्वारा की गई।