Share this post with:
रायपुर। शहरी सत्ता के लिए सुगबुगाहट शुरू हो गई है। लोकसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद प्रदेश में सक्रियता बढ़ेगी। राजधानी रायपुर के नगर निगम सहित अन्य जगहों में पिछली बार पार्षदों ने महापौर चुना था,बाद में कुछ निर्दलीय पार्षदों ने पाला भी बदला था। लेकिन अब कि बार भाजपा सरकार की वापसी के बाद से ही कयास लगाये जा रहे हैं कि
छत्तीसगढ़ में फिर से आम जनता महापौर का चयन करेगी। पिछली सरकार के नियमों में संशोधन करने के संकेत भी नगरीय प्रशासन मंत्री ने दे दिए हैं। जिस प्रकार विधानसभा व लोकसभा में भाजपा को समर्थन मिला है वे चाहेंगे कि आम जनता के बीच ही चुनाव हो। वहीं निकाय में अधिकांश जगहों पर काबिज कांग्रेस के प्रतिनिधियों के प्रति मूलभूत समस्याओं को लेकर आक्रोश को भी इसी बहाने भुना लिया जायेगा। संभवत: नवंबर दिसंबर में निकाय चुनाव होना है।
Share this post with: