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दंतेवाड़ा। पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा गौरव राय ने आज बुधवार को बताया गया कि बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित इलाकों में नक्सलवाद का सफाया करने के उद्देश्य से चलाये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के तहत 3 सितंबर को दंतेवाड़ा-बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र के थाना किरंदुल अंतर्गत पुरंगेल के जंगल पहाड़ी में पश्चिम बस्तर एवं दरभा डिवीजन के साथ पीएलजीए कंपनी नंबर 2 के नक्सलियों की उपस्थिति की आसूचना पर दंतेवाड़ा डीआरजी / बस्तर फ़ाईटर्स और सीआरपीएफ 111 एवं 230 वाहिनी की यंग प्लाटून की संयुक्त बल के साथ हुई मुठभेड़ में 6 महिला सशस्त्र वर्दीधारी नक्सली सहित 9 सशस्त्र वर्दीधारी नक्सलियों के शव की शिनख्त 59 लाख के ईनामी नक्सली के रूप में हुई है, जिसमें 1. रनधीर, पद- डीकेएसजेडसीएम निवासी वारंगल ईनामी -25 लाख, 2. कुमारी शांति, पद- 31 पीएलजीए सदस्य, ईनामी- 5 लाख, 3. सुशीला मडकाम पति जगदीश, पद-एसीएम, ईनामी - 5 लाख, 4. गंगी मुचाकी-पद कटेकल्याण एरिया कमेटी सदस्य ईनामी-5 लाख, 5. कोसा माडवी, पद- मालंगिर एरिया कमेटी पार्टी सदस्य, ईनामी-5 लाख, 6. ललिता, पद- डीवीसीएम सुरक्षा दलम सदस्य ईनामी-5 लाख, 7. कविता पद- एअेाबीएसजेडसी की गार्ड, ईनामी - 5 लाख, 8. हिड्मे मङ्कम पद- डीवीसीएम सुरक्षा दलम सदस्य, ईनामी-2 लाख, 9. कमलेश पद- प्लाटून सदस्य ईनामी 2 लाख निवासी जिला बीजापुर के रूप में शिनाख्त की गई है।
उप पुलिस महानिरीक्षक दंतेवाड़ा कमलोचन कश्यप ने बताया गया कि उक्त ऑपरेशन के उपरांत नक्सलियों के गढ़ रहे पश्चिम-बस्तर और दरभा डिवीजन के नक्सलियों में भय का माहौल व्याप्त है। इस क्षेत्र को नक्सलियों के शीर्ष नेतृत्व अपना सुरक्षित ठिकाना मानते है, नक्सली नेतृत्व उक्त ऑपरेशन के उपरांत ग्रामीणों एवं अपने निचले कैडर को दोषारोपण कर रहे हैं। उन्होने कहा कि सुरक्षा बलों का नक्सलियों के इस अटैकिंग फोर्स के स्तम्भ के ऊपर कड़ा प्रहार है।
उप पुलिस महानिरीक्षक सीआरपीएफ़ दंतेवाड़ा राकेश कुमार ने बताया गया कि दुर्गम जंगल एवं विकट भौगोलिक परिस्थितियों में रहने वाले मूल निवासियों को नक्सलवादी विचारधारा से बचाना और उन्हें माओवादी सिद्धांतों के आकर्षण से बाहर निकलना ही हमारा मुख्य उद्देश्य है, ताकि क्षेत्र में विकास एवं शांति कायम हो सके। हम उन सभी मूलवासियों से जो बाहरी विचारधारा और बाहर के नक्सली नेताओं के गलत प्रभाव में फंस गये हैं। अपील करते हैं कि वे नक्सलवाद एवं नक्सली विचारधारा को त्याग कर शासन की आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति को अपनाकर समाज के मुख्य धारा से जुड़े और हथियार और नक्सलवादी विचारधारा का पूर्णत: त्याग व विरोध करें।
बस्तर आईजी सुन्दरराज पी. ने बताया गया कि प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के उद्देश्य से स्थानीय जिला पुलिस बल, डीआरजी तथा केन्द्रीय अर्धसैनिक बलों द्वारा आपसी बेहतर तालमेल एवं रणनीति के साथ काम करने के परिणाम स्वरूप वर्ष 2024 में बस्तर संभाग अंतर्गत की जा रही नक्सल विरोधी अभियान के दौरान अब तक कुल 153 नक्सलियों के शव बरामदकिये जा चुके है, वहीं 669 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है, एवं 656 नक्सलियों द्वारा आत्मसमर्पण किया गया है।
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