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रायपुर। लोकतंत्र का पावन पर्व चल रहा है और छत्तीसगढ़ में तीसरे चरण में 7 मई को चुनाव होना है। जिस तरह से रायपुर में मौसम का पारा बढ़ रहा है, उसी तरह से चुनाव का पारा भी बढ़ रहा है। प्रदेश में 9 में से 7 सांसद की टिकट काटकर भाजपा ने सबसे पहले ही हार मान ली थी कि क्योंकि छत्तीसगढ़ के भाजपा सांसदों ने संसद में कभी आवाज नहीं उठाई, टिकट काटने से यह सिद्ध कर दिया। छत्तीसगढ़ से संसद तक नकारा थे इसलिये छत्तीसगढ़ के 9 में से 7 सांसदो का टिकट काट दिया गया। उक्त बातें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक शर्मा ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय रायपुर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहीं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का चुनाव का प्रचार सकारात्मक मोड पर है और छत्तीसगढ़ में विधानसभा का चुनाव भी हमने सकारात्मक मोड पर लड़ा था। प्रधानमंत्री जो वायदे दिसंबर के चुनाव में किये उसमें से कितने वादे पूरे हुये है? 3100 रू. एमएसपी एकमुश्त देने की बात की नहीं दिये। कांग्रेस सरकार के ऊपर तमाम आरोप लगाये थे कोई भी वाइट पेपर या किसी भी तरह के कार्यवाही जांच कही भी शुरू किया था और अभी तक कुछ भी नहीं किया। भारतीय जनता पार्टी को छत्तीसगढ़ की जनता से माफी मांगना चाहिये। झूठ बोलकर विकास शील छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को षडयंत्र पूर्वक हटाने का काम किया। भाजपा की 15 साल की सरकार में नक्सलवाद बढ़ा, नक्सलवाद बढ़ते-बढ़ते एक दर्जन से ज्यादा जिलों में फैलता चला गया। वर्तमान में भाजपा के लीडर स्वंय सुरक्षित नहीं है। कई बड़े नेताओं की हत्या नक्सलवाद के चलते हुयी। 2013 में कांग्रेस के कई दिग्गज बड़े-बड़े नेताओं हमारे कुनबे का बहुत बड़ा हिस्सा नक्सलवाद से लड़ाई करते हुये भेट चढ़ा। फिर छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार आने के बाद नक्सलवाद और अपराध दोनो चीजे बढ़ती जा रही है। अपराध और नक्सलवाद दोनों को एक रिमोर्ट कंट्रोल सरकार कहीं न कहीं से बढ़ावा दे रही है और उसको रोक नहीं पा रही है।
कांग्रेस आरोप लगाती है कि इसकी जांच होनी चाहिये कि नक्सली घटनायें क्यों बढ़ रही है। यहां के लोगो को गृहमंत्री अमित शाह को चि_ी क्यों लिखनी पड़ रही है। कांग्रेस पार्टी का एक नारा है सुरक्षा भी देंगे, विश्वास भी लायेंगे और विकास भी करेंगे। भाजपा की सरकार आने के बाद आज विकास भी गायब हो गया है, विश्वास और सुरक्षा भी गायब हो गया है। छत्तीसगढ़ एक शांति प्रिय प्रदेश रहा है। उसमें दोबारा से अशांति और विद्वेष घोलने का काम जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी की सरकार कर रही है, जो प्रदेश के लिये सबसे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण है।
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