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कांकेर। मतदान से ठीक तीन दिन पहले नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सुरक्षा बल और नक्सलियों के बीच मंगलवार को माड़ के जंगलों में हुई मुठभेड़ में 29 नक्सलियों के मारे गये हैं।जिनमें उत्तरी डिवीजन के नक्सली कमांडर शंकर राव तथा महिला नक्सली कमांडर ललिता के मारे गये है। मारे गये इन दोनों नक्सलियों पर 25-25 लाख का इनाम घोषित किया हुआ है। मुठभेड में मारे गये सभी 29 नक्सलियों के शवों को पुलिस ने बरामद कर लिया है।इस मुठभेड़ में तीन जवान घायल हुए हैं जिन्हे इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती किया गया है उल्लेखनीय है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में 19 अप्रैल को पहले चरण का मतदान होना है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, छोटे बेठिया पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत जंगल में उस समय गोलीबारी शुरू हुई जब सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी।
इस मुठभेड़ की पुष्टि आईजी बस्तर पी सुंदरराज ने की है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार नक्सलियों के साथ सुरक्षाबल के साथ कांकेर जिले के छोटे बेठिया थाना क्षेत्र के माड़ के जंगलों में हुई। मुठभेड़ की सूचना मिलने पर अतिरिक्त फोर्स को भेजा गया था। घटनास्थल से सुरक्षा बल के जवानों ने सभी 29 नक्सलियों के शवों को बरामद कर लिया तथा उनके पास से बड़ी तादाद में हथियार बरामद किये हैं। मारे गये नक्सलियों में उत्तरी डिवीजन के नक्सली कमांडर शंकर राव तथा महिला नक्सली कमांडर ललिता मारे गये हैं। मारे गये दोनों नक्सली कमांडर अनेक वारदातों में शामिल थे जिन पर पुलिस ने 25-25 लाख का इनाम घोषित कर रखा था। इस मुठभेड में घायल बीएसएफ के इंस्पेक्टर समेत दो जवान घायल हो गए हैं। इंस्पेक्टर रमेश चंद्र चौधरी के पैर में गोली लगी है, जबकि डीआरजी जवान सूर्यकांत श्रीमाली सहित एक अन्य जवान घायला है। घायल जवानों को रायपुर के देवेंद्र नगर स्थित नारायणा अस्पताल रेफर किया गया है।
कांकेर में कब-कब हुई मुठभेड़
* इससे पहले, 25 फरवरी को हूरतराई के जंगल में नक्सली एनकाउंटर में तीन नक्सली मारे गए थे।
* 3 मार्च को छोटे बेठिया के हिदूर में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया था। जबकि एक बस्तर फाइटर का जवान बलिदान हुआ था।
* 16 मार्च को भी मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया था।
*2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान भी नक्सली हमला हुआ था, जिसमें दो बीएसएफ जवान बलिदान हुए थे।
बीजापुर में 10 दिन पहले 13 नक्सली हुए थे ढेर
बीजापुर जिले के कोरचोली और लेंड्रा के जंगल में हुए मुठभेड़ में पुलिस ने 13 नक्सलियों को मार गिराया था। यही नहीं लगभग इतनी ही संख्या में नक्सली बुरी तरह से घायल भी हुए थे। गंगालूर थाना क्षेत्र के लेंड्रा में दो अप्रैल को हुए मुठभेड़ में 13 में से 11 नक्सली की पहचान हुई थी। इसमें पीएलजीएस कंपनी दो के सुखराम हेमला, हूंगा परसी, लक्खू कोरसा, डिवीसीएम सीतक्का (जितरू , डीवीसी की पत्नी), दुला कुहराम, सोनू अवलम, सुदरू हेमला, चैतु पोटाम, लच्छू कड़ती, लक्ष्मी ताती व कमली कुंजाम के रूप में हुई थी।
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