CNIN News Network

सनातन धर्म प्रेम से रहना सीखाता है - पंडित मिश्र

01 May 2024   51 Views

सनातन धर्म प्रेम से रहना सीखाता है - पंडित मिश्र

Share this post with:

00 विदेशों में बसे भारतीय हनुमान चालीसा का पाठ प्रतिदिन करते है
रायपुर। मैं देश-दुनिया के मंदिरों में जाकर भजन गाता हूं और माँ काली का मुझ पर असीम कृपा है। राजधानी के गॉस मेमोरियल मैदान के सामने स्थित माँ काली ने उनकी अरज स्वीकार कर ली। सुप्रसिद्ध भजन गायक पंडित राजेश मिश्र ने यहां शानदार भजन की प्रस्तुति दी। पत्रकारों से चर्चा करते हुए राजेश मिश्र ने कहा कि वे बचपन से अपने पिताजी के साथ सुंदर कांड का गान करते थे। एक दिन गुलशन कुमार उनके घर आए और वे अपने स्टुडियो ले गए। वहां उन्होंने पनखिड़ा गाना गया और वहां से आज तक पीछे मूंडकर नहीं देखा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति का जीवन चुनौतीपूर्ण रहता है जिनके पास आत्मविश्वास नहीं होता वे लोग डिप्रेशन के शिकार होते है, लेकिन जो भगवान के भक्ति में डूबे और भजन करते है उनमें विश्वास का बल रहता है और इसलिए वे बड़ी से बड़ी कठिनाईयों को भी पार लेते है। रामजी मर्यादा के प्रतीक और उनके भक्त हनुमान बल और बुद्धि के सागर है। हम विदेश जाते है वहां देखते है कि भारतीयों को कुछ याद रहे या ना रहे है लेकिन उसे हनुमान चालीसा जरुर याद रहता है और वे हनुमान चालीसा का पाठ जरुर करता है। 
उन्होनें कहा कि हम भी कहीं पर भी कार्यक्रम करने जाते हैं वहां यही संदेश देते हैं कि हमें अपना जीवन मर्यादा पुरुषोत्तम राम जैसा जीना चाहिए। चरित्र आपका उत्तम होगा तो आपको हर चीज प्राप्त होगा। आपका चरित्र मानसिक रुप से भी निर्बल होगा और आपके मन में गलत ख्याल आएगा तो आपका जीवन में कष्ट आना अपने आप शुरु हो जाएगा। रामचरित्र मानस में बताया गया हैं कि भगवान को कौन पा सकता है, वे कहते है कि मुझे कपट और छल बिल्कुल भी पसंद नहीं है, आज हम छल और कपट से घिरे हुए है इसलिए शायद हमें भगवान मिल नहीं रहे है। अगर भगवान से मिलना है तो उन पर पूरा विश्वास करना होगा, ईश्वर आज भी है लेकिन हम उनकी भाषा नहीं समझ पा रहे है। सतयुग और द्वापर में भी ईश्वर थे और आज तो कलयुग का प्रथम ही चरण चल रहा है, अभी तो द्वितीय चरण भी आना बाकी है, प्रथम चरण में ही यह स्थिति हो गई है कि भगवान बहुत आसानी से हमारे पास आ नहीं रहे है लेकिन वे आते जरुर है। भगवान आपके पास आने के लिए इशारे करते है लेकिन उस इशारे को हमें समझना होगा इसलिए हम अपने भजन के माध्यम से लोगों को यह समझाते है कि तुम कुछ भी मत करो पांच मिनट आँख बंद कर उसे याद करो और थोड़ी देर में तुम्हें पता लग जाएगा कि तुमने भगवान के दर्शन कर लिए क्योंकि वह तुम्हें मन और मस्तिष्क में समा जाएंगे। 
टीवी सीरियलों पर आज कल जो धार्मिक कार्यक्रम आ रहे है वह सब प्रमोडेट है, इस पर मैं खुलकर तो बोल नहीं पाऊंगा लेकिन हमारा सनातन धर्म के खिलाफ पिछले कुछ सालों से फिल्में और सीरियलें बनाकर हमारी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। मुंबई में ऐसे ही कुछ मीडिया हाउस है जो इस प्रकार के कार्यकम तैयार करते है। सनातन धर्म हमें प्रेम से रहना सीखता है और दूसरे धर्म के लोग कहीं न कहीं उसे मिटाने के लिए कार्य कर रहे है लेकिन उसमें वे सफल नहीं हो पा रहे है। 
पहले के रामायण और आज के रामायण में अंतर के बारे में पंडित मिश्र ने कहा कि रामानंद सागर जी सचमुच रामजी के सच्चे भक्त थे, लेकिन जैसे-जैसे समय बदलता गया वैसे-वैसे हमारी परिस्थिति भी बदलते गई। अभी मॉडल लाइफ का जमाना आ गया है इसलिए आज के निर्माता और निर्देशक उसमें मिर्च-मसाला डालकर बना रहे है यह पूरी तरह से गलत है। दूसरी बात यह है कि आज हमारे बच्चे सरकारी स्कूलों में कम और प्राइवेट स्कूलों में ज्यादा पढ़ाई करते है और प्राइवेट स्कूलों में रामायण और महाभारत के बारे में उन्हें नहीं बताया जाता है उन्हें तो बाइबिल के बारे में बताते है। जब तक हमारे बच्चे अपनी सनातन संस्कृति में बारे में जानेंगे नहीं तो उन्हें यही मॉडल संस्कृति पसंद आएगा। 
छत्तीसगढ़ वे काफी सालों से आ रहे है और इस दौरान वे काफी गानें गा भी चुके है और एक पूरा एलबम छत्तीसगढ़ी भजन पर बना हुआ है और बहुत जल्द एक नया एलबम भी आने वाला है। छत्तीसगढ़ी बहुत की शांत प्रिय राज्य है यहां के लोग काफी धर्म प्रिय है।

Share this post with:

POPULAR NEWS

© 2022 CNIN News Network. All rights reserved. Developed By Inclusion Web