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रायपुर। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन रायपुर ब्रांच की सामान्य सभा की बैठक मंगलवार को हुई जिसमें मुख्य रूप से आयुष्मान योजना के तहत अस्पतालों को पिछले कई महीनों से लंबित भुगतान को लेकर चर्चा हुई। बैठक में उपस्थित सदस्यों ने सर्वसम्मति से लम्बित भुगतान मिलने तक आयुष्मान योजना के तहत इलाज न किये जाने पर सहमति जताई।
आई एम ए के सदस्य प्रदेश के अन्य शाखाओं से भी बातचीत करेंगे ताकि वित्तीय प्रबंधन के अभाव मे सीमित काम करने या बंद करने पर विचार किया जा सके। आईएमए,रायपुर शाखा के पदाधिकारी पिछले 4 महीनो में स्वास्थ्य मंत्री श्याम जायसवाल से दो बार व अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती रेणु पिल्ले से मुलाक़ात कर उन्हें आयुष्मान योजना के तहत अस्पतालों के लम्बित भुगतान के बारे में अवगत कराया जा चुका है। इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने जल्द ही भुगतान का आश्वासन दिया था। लेकिन इस पर तीव्र गति का प्रयास नही किया गया, जिससे अस्पतालों मे इस योजना हेतु रोष है। बैठक में सदस्यों ने कहा कि आईएमए गरीब व ज़रूरतमंद लोगों के के इलाज के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन अनियमित भुगतान की वजह से कर्तव्य का पालन करने में दिक्कतें आ रही हैं।
बैठक में आईएमए जानकारी साझा करते हुए बताया कि आयुष्मान योजना में भुगतान न होने पर हरियाणा और गुजरात में अस्पतालों ने अनियमित भुगतान की समस्या होने के कारण आयुष्मान योजना से मरीज़ों का इलाज पूर्णतया बंद कर दिया है। आईएमए ने दूरस्थ एवं कम सुविधा युक्त अस्पतालों में काम करने वाले सदस्यों को सलाह दी कि वो मरीज़ के इलाज करने में अपनी व्यावसायिक प्रतिबद्धता एवं इलाज की गुणवत्ता का ध्यान रखें। आयुष्मान योजना में आ रही लगातार कठिनाइयों को लेकर प्रदेश स्तर का डॉक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल शासन स्तर पर अधिकारियों से मिलेगा।हॉस्पिटल बोर्ड आईएमए रायपुर के अध्यक्ष डॉ अनिल जैन व आईएमए रायपुर के महासचिव डॉ दिग्विजय सिंह ने यह जानकारी दी।
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