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कांकेर। ग्राम कलपर के हापाटोला जंगल में 16 अप्रैल को हुए मुठभेड़ में 29 नक्सलियों के शव बरामद हुए थे, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मारे गये 29 नक्सलियों में से तीन नक्सलियों के शवों की जेबों से 3 डिब्बी एकोनाइट नामक जानलेवा रसायन मिला है। इसके अलावा बड़ी संख्या में 2 टाइप की सुईंयां भी मिली हैं। डॉक्टरों की माने तो यह एकोनाइट रसायन इतना खतरनाक है कि किसी इंसान को अगर चुभो दिया जाए तो उसकी मौत हो जाएगी। इसके अलावा फोर्स को नक्सलियों के पास से बरामद बंदूकों में भी यह रसायन लगा हुआ था। इससे नक्सलियों का मकसद साफ था कि सामने वाला अगर गोली से बच जाता है तो वह इस एकोनाइट रसायन का इस्तेमाल करेंगे। विदित हो कि नक्सलियों के शवों के पोस्टमार्टम के बाद की किसी भी खबर का खुलासा करने के लिए कोई भी तैयार नही हुआ, अत: इसकी पुष्टि नही हो सकी है।
यह भी विदित हो कि डॉक्टरों ने 18 अप्रैल को इन सभी नक्सलियों के शवों का पोस्टमार्टम किया था। इससे पहले डॉक्टरों ने पुलिस से मेटल डिटेक्टर की भी मांग की थी और बताया कि इनके शव में कोई विस्फोटक लगा हो सकता है इसलिए ये जांच जरूरी है। मारे गये नकसलियों के सभी शवों से डिजीटल वॉच भी मिली है, इन सभी की टाइमिंग एक ही थी। इसके अलावा इनके कब्जे से लैंड माइन में इस्तेमाल होने वाले नाइट्रो ग्लीसरीन (हाईली एक्सप्लोसिव), फ्यूज (स्पार्क करने के लिए), सेल और 1.20 लाख रुपये नगद भी बरामद हुए। एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि नक्सलियों ने एक जैसा खाना समान मात्रा में खाया था।
वरिष्ठ डॉ. सोमेश पांडे एमडी मेडिसीन के अनुसार एकोनाइट जहरीला रसायन है, इसका उपयोग औषधि के रूप में नही किया जाता है। एकोनाइट में ऐसे रसायन होते हैं जो हृदय, मांसपेशियों और तंत्रिकाओं को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकते हैं, इसके उपयोग से मौत तक हो सकती है।
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