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जगदलपुर। जिले के थाना कोतवाली पुलिस ने भ्रष्टाचार के मामले में पूर्व बीईओ संदीप श्रीवास्तव एवं अवधेश पांडे की गिरफ्तारी मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के हस्तक्षेप की भाजपा के पूर्व मंत्री व प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप ने निंदा की है। श्री कश्यप ने कहा कि भ्रष्टाचार के आरोपियों के लिए पीसीसी अध्यक्ष का थाने पहुंचकर छुड़ाने के लिए दबाव डालना यह दर्शाता है कि इनके भ्रष्टाचार को पीसीसी अध्यक्ष का समर्थन है। दोनों आरोपियों में से एक विधायक मरकाम के प्रतिनिधि का भाई भी है।
भाजपा प्रवक्ता कश्यप ने आरोप लगाया कि संदीप को बीईओ बनवाने में पीसीसी अध्यक्ष की भूमिका रही है, इसलिए आरोपियों के भ्रष्टाचार को उनका पूरा संरक्षण मिला। इसी कारण इतने लंबे समय तक न मामला दर्ज हुआ और न ही कोई कार्रवाई हुई। उन्होने कहा कि दोनों आरोपियों के कारनामों की लंबी फेहरिस्त है, इनके पूरे कार्यकाल की जांच की जानी चाहिए। यदि मामले की निष्पक्ष जांच होती है तो भ्रष्टाचार के कई मामले उजागर होंगे। तकरीबन डेढ़ वर्ष पहले स्कूलों में तीन फोटो के नाम पर हजारों रुपए की वसूली करने का मामला सामने आया था, जिसमें अब जाकर एफआईआर हुई है।
उल्लेखनीय है कि कोतवाली पुलिस ने पूर्व बीईओ संदीप श्रीवास्तव व बीआरसी अवधेश पांडे को गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम थाने पहुंच गए। पुलिस के मुताबिक दोनों आरोपियों के खिलाफ पहले विभागीय जांच की गई थी, जिसमें आरोप सही पाए गए थे। इसके बाद दोनों के खिलाफ प्रशासन ने एफआईआर करवाई थी, जिस पर कोतवाली कोंडागांव में धारा 420, 467, 468 व 471 के तहत अपराध दर्ज किया गया था। तत्कालीन डीईओ भी इस मामले में आरोपी हैं, उनकी गिरफ्तारी अभी नहीं हुई है।
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