चिक्कबल्लापुर। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से 60 किलोमीटर दूर चिक्कबल्लापुर जिले में एक डायनामाइट विस्फोट में छह लोगों की मौत हो गई। माना जा रहा है कि यह दुर्घटना मंगलवार की सुबह उस समय हुई, सात लोग अवैध विस्फोटकों का डिस्पोज करने की कोशिश में लगे हुए थे। बता दें कि कर्नाटक में पिछले एक महीने में होने वाला यह दूसरा धमाका है। 22 जनवरी को शिवमोगा जिले के हानासोडू गांव में एक रेलवे क्रशर वाली जगह हुए डायनामाइट विस्फोट में आठ लोग मारे गए थे।पुलिस महानिरीक्षक (केंद्रीय रेंज) एम. चंद्रशेखर ने कहा कि शुरुआती जांच से ऐसा लगता है कि कुछ लोगों ने अवैध विस्फोटकों को डिस्पोज करने की कोशिश की थी और तभी अचानक से ब्लास्ट हो गया। डिस्पोजल और फोरेंसिक टीम बेंगलुरु से आ गई है। जब जांच पूरी हो जाएगी तब इस बारे में और अधिक जानकारी मिल सकेगी। वहीं, घायलों को अस्पताल में ले जाने वाली एंबुलेंस के ड्राइवर ने बताया कि हमें तकरीबन 1.20 पर फोन कॉल मिला। हम घटनावाली जगह पर सुबह 1.40 पर पहुंचे। हमें शुरुआत में हादसा बताया गया था, लेकिन जब वहां पहुंचे तब ब्लास्ट के बारे में पता चला और वहां पर पांच लोग थे।कर्नाटक में हुई इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि कर्नाटक के चिक्कबल्लापुर में हुई दुर्घटना में लोगों की जान जाने से काफी दुखी हूं। उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना करता हूं।कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डी. सुधाकर ने कहा कि विस्फोटक ब्रम्हा वर्शिनी खदान का था। उन्होंने कहा,यह एक कानूनी रूप से मान्यता प्राप्त खदान है। लेकिन 7 फरवरी को विस्फोटक को सही तरीके से नहीं रखने और साइट पर इंजीनियर के नहीं होने की वजह से इसे बंद कर दिया गया था। मालिक ने जरूर कर्मचारियों को इसे दो किलोमीटर दूर गुडुबंडे के जंगल ले जाने के लिए कहा होगा। उन्होंने आगे बताया कि विस्फोटकों को एक मिनी ट्रक और दो बाइक के जरिए से ले जाया गया। सात लोग यहां आए। मैं बम डिस्पोजल टीम से बात कर रहा था, तो उन्होंने बताया कि मोबाइल फोन से मिलने वाले सिग्नल से भी विस्फोट हो सकता है। लेकिन वे आगे की जांच कर रहे हैं।मंत्री के अनुसार, मृतकों में दो कर्नाटक के, तीन आंध्र प्रदेश के और एक नेपाल का रहने वाले था। पुलिस ने खदान के तीन मालिकों की पहचान कर ली है और कानूनी कार्रवाई शुरू हो गई है। वहीं, राज्य के एक अन्य मंत्री मुरुगेश निरानी ने कहा कि खदान धमाके में छह लोगों की मौत हो गई, जबकि एक घायल है। भारी मात्रा में विस्फोटकों के कारण यह घटना हुई। गृह मंत्री बसवराज बोम्मई ने घटनास्थल का दौरा किया है।
मुंबई। मुंबई में दादरा नगर हवेली के सांसद मोहन डेलकर का शव संदिग्ध हालत में बरामद हुआ है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक सांसद का शव सी ग्रीन होटल में मिला है। उनके पास से गुजराती भाषा में लिखा हुआ एक सुसाइड नोट भी मिला है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मरीन ड्राइव स्थित होटल ग्रीन सी में पहुंच गई है। डेलकर की मौत के कारण सुसाइड बताया जा रहा है। सांसद का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने होटल के कमरे को सील कर मामले की जांच शुरू कर दी है।बता दें 58 साल के डेलकर दादरा और नागर हवेली से लोकसभा के सांसद थे। पिछले सात टर्म से सांसद रहे डेलकर 1989 में वह पहली बार इस संसदीय क्षेत्र से पहुंचे थे। डेलकर ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत ट्रेड यूनियन के नेता के तौर पर की थी। कांग्रेस और बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके डेलकर ने बाद में भारतीय नवशक्ति पार्टी का गठन किया गया था।घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मरीन ड्राइव स्थित होटल ग्रीन सी में पहुंच गई है। फिलहाल डेलकर की मौत के कारण को लेकर अभी कोई पुष्टि नहीं की गई है।2019 में डेलकर बतौर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर आम चुनावों में उतरे थे, इन चुनावों में भी डेलकर ने जीत हासिल की।दमन और दीव के सांसद मोहन डेलकर मुंबई के एक होटल में मृत पाए गए गए हैं।
चंडीगढ़। पंजाब यूथ कांग्रेस के नेता गुरलाल सिंह भुल्लर की हत्या मामले में पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है। स्पेशल सेल ने बताया कि गुरलाल को सिंघु बॉर्डर पर मारने की साजिश रची गई थी इस वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपियों ने 9 फरवरी का दिन चुना था।उस दिन गुरलाल किसान आंदोलन में शामिल होने सिंघु बॉर्डर पहुंचे थे। और प्लान के मुताबिक, आरोपी भी उनके पीछे प्रदर्शन स्थल पर पहुंच गए थे। हालांकि दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर किसानों की भीड़ को देख उन्हें अपना प्लान फेल होता नजर आया और पकड़े जाने के डर से वो वापस लौट गए।पंजाब में फरीदकोट जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष और गोलेवाला से जिला परिषद सदस्य गुरलाल सिंह पहलवान की 12 से ज्यादा गोलियां मारकर हत्या करने वाले तीन बदमाशों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सराय काले खां से गिरफ्तार किया है। गुरलाल की हत्या पिछले साल अक्तूबर में हुई गुरलाल बराड़ की हत्या का बदला लेने के लिए की गई थी कांग्रेस नेता की हत्या की साजिश कनाडा में बैठे गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई के साथी गोल्डी ने बदला लेने के लिए रची थी। गुरलाल उसका चचेरा भाई था। दिल्ली में पकड़ा गया आरोपी गुरविंदर उर्फ गोरा बराड़ का बहनोई है। दिल्ली पुलिस ने पंजाब पुलिस को सूचना दे दी है। डीसीपी मनीषी चंद्रा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी पंजाब के फरीदकोट में कोटकपूरा निवासी गुरविंदर उर्फ गोरा भाऊ (32 ), फरीदकोट में गुरु नानक कॉलोनी निवासी सुखविंदर उर्फ सन्नी ढिल्लन (23) और फरीदकोट के मोहल्ला माहीखाना निवासी सौरभ वर्मा (21) हैं।फरीदकोट में जुबली चौक पर गुरलाल सिंह की 18 फरवरी को उस समय हत्या कर दी गई थी जब वह दोस्त की दुकान से अपनी कार में बैठने जा रहे थे। स्पेशल सेल की काउंटर इंटेलीजेंस यूनिट हत्या के इस मामले में लारेंस विश्नाई गिरोह के नेटवर्क को खंगाल रही थी। यूनिट को मिली एक सूचना के बाद तीन बदमाशों को सरायकालेखां इलाके से 20 व 21 फरवरी की रात गिरफ्तार कर लिया गया। तीनों उत्तर प्रदेश में पनाह लेने जा रहे थे।आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि कांग्रेस नेता की हत्या की साजिश फरीदकोट निवासी कनाड़ा में रह रहे लॉरेंस विश्राई के साथी गोल्डी बराड़ ने रची थी। गोल्डी पंजाब के व्यवसायियों से कनाडा से ही उगाही कर रहा है। लारेंस विश्रोई के संरक्षण में पल रहे स्टूडेंट आर्गेनाईजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी (एसओपीयू) के पूर्व राज्य अध्यक्ष गुरलाल बराड़ की हत्या भांबिया गिरोह से चल रही गैंगवार में अक्तूबर 2020 में हुई थी। कांग्रेस नेता गुरलाल सिंह फेसबुक पर अपना मूवमेंट डालते रहते था। पांच फरवरी को फेसबुक पर पोस्ट डाली थी कि वह नौ फरवरी को किसान आंदोलन में भाग लेने के लिए सिंघु बॉर्डर जा रहा है। गोल्डी ने सिंघु बॉर्डर पर गुरलाल की हत्या करने को कहा। गुरविंदर पाल ने दो साथियों के साथ उसका पीछा किया। प्रदर्शनकारी किसानों की संख्या को देखते हुए वारदात को अंजाम नहीं दिया गया। बदमाश गुरलाल के पीछे जंतर-मंतर पर बैठे कांग्रेसी नेताओं के घरनास्थल तक पहुंचे थे। गुरलाल ने यहां कांग्रेसी नेताओं के साथ अपनी फोटो फेसबुक पर पोस्ट की थी। 18 फरवरी को फरीदकोट में इनको मौका मिल गया था।आरोपियों को संदेह था कि कांग्रेस नेता गुरलाल सिंह भलवान अपने राजनीतिक कैरियर के लिए भाम्बिया गिरोह को समर्थन दे रहा है। ऐसे में गोल्डी ने गुरविंदर पाल उर्फ गोरा उर्फ बाऊ को कांग्रेस नेता की हत्या करने के लिए कहा। सुखविंदर और सौरभ लारेंस विश्रोई गिरोह के है, जबकि फरार दो आरोपी काला जठेडी गिरोह के हैं। गुरविंदर ने सभी को चंडीगढ़ में ठहराया था।
मुंबई। भीमा कोरेगांव केस में बॉम्बे हाई कोर्ट ने तेलुगु कवि वरवर राव को जमानत दे दी है। उच्च न्यायालय ने राव को 6 महीने की जमानत दी है। बॉम्बे हाई कोर्ट ने उन्हें मेडिकल कारणों से यह राहत दी है, लेकिन उन्हें मुंबई से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी गई है। उन्हें शहर में ही रहना होगा और किसी भी वक्त जांच के लिए एजेंसियों के समक्ष पेश होना होगा।भीमा कोरेगांव मामले में आरोपी 81 वर्षीय वरवरा राव को बॉम्बे हाई कोर्ट ने छह महीने के लिए जमानत दे दी है। बॉम्बे हाई कोर्ट ने चिकित्सा आधार पर वरवरा राव को जमानत देने का फैसला लिया है। बता दें कि 28 अगस्त, 2018 से वरवरा राव ट्रायल का इंतजार कर रहे हैं।न्यायमूर्ति एसएस शिंडे और मनीष पिटाले की बेंच ने कहा कि छह महीने बाद वरवरा राव या तो सरेंडर कर सकते हैं या फिर अपनी जमानत की अवधि को बढ़वा सकते हैं। हालांकि वरवरा राव को सशर्त जमानत दी गई है। कोर्ट ने कहा कि वरवरा राव कोर्ट की प्रक्रिया से संबंधित कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं दे सकते और सह-आरोपी के साथ संपर्क भी नहीं साध सकते।कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा कि आरोपी वरवरा राव को जिस तलोजा जेल में रखा गया था, वहां की हालत अच्छी नहीं थी। इसके अलावा वरवरा राव की पत्नी हेमलता राव ने कोर्ट में एक याचिका दायर की थी, जिसमें उन्होंने अपने पति के स्वास्थ्य, सम्मान और जीवन के मूलभूत आधारों का जिक्र किया।वरवरा राव की पत्नी हेमलता ने अपनी याचिका में भारतीय संविधान के आर्टिकल 21 के तहत मिले अधिकारों का जिक्र किया और कहा कि तलोजा जेल अधिकारियों ने इसका उल्लंघन किया है। उन्होंने वरवरा राव को समय से सही इलाज नहीं दिया।28 अगस्त 2018 से वरवरा राव जेल में बंद हैं और उन पर यूएपीए के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। हेमलता का प्रतिनिधित्व कर रहीं वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह का कहना है कि 365 दिनों में से 149 दिनों तक वरवरा राव ने अस्पताल में अपने दिन काटे।जयसिंह ने कहा कि राज्य सरकार और राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने इस बात को माना है कि जेल अस्पताल में तीन आयुर्वेद डॉक्टर ही हैं और एक भी एलॉपैथिक डॉक्टर नहीं है। इंदिरा जयसिंह ने कहा कि उनका वहां रहना उनके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है।
पटना। लालू प्रसाद का दिल्ली के एम्स में इलाज चल रहा है। इस बीच तेज प्रताप यादव ने उनकी रिहाई को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखा है, जिनमें कई अशुद्धियां सामने आई हैं। \nबिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख लालू प्रसाद बीमार हैं और उन्हें दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(AIIMS) में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद का इलाज इससे पहले रांची के राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान (RIMS) में इलाज चल रहा था, लेकिन उनकी हालत में लगातार गिरावट को देखते हुए उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया है। इस बीच उनके बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने अपने बीमार पिता की रिहाई की मांग को लेकर एक अभियान शुरू किया है। \n \nतेज प्रताप ने इसकी शुरुआत करते हुए सोमवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने लालू प्रसाद को रिहा करने का अनुरोध किया। आरजेडी नेता ने इसे आजादी पत्र'नाम दिया है। इस अभियान के तहत आरजेडी कार्यकर्ताओं और लालू प्रसाद के समर्थकों द्वारा राष्ट्रपति को 2 लाख आजादी पत्र लिखने का लक्ष्य तय किया गया है। हालांकि इससे पहले तेज प्रताप का वह पोस्टकार्ड सुर्खियों में है, जिस पर उन्होंने लालू प्रसाद की रिहाई को लेकर राष्ट्रपति से मांग की है। इसमें वर्तनी की कई अशुद्धियां हैं। यहां तक कि वह अपने पिता का नाम भी सही से लिख नहीं पाए हैं। पोस्टकार्ड में हैं कई गलतियां \nतेज प्रताप ने खुद यह पोस्टकार्ड ट्वीट किया है, जिसमें कई अशुद्धियां नजर आ रही हैं। मुश्किल से 20 शब्दों के पोस्टकार्ड में कुल छह गलतियां हैं, जिनमें लालू प्रसाद का गलत तरीके से लिखा गया नाम भी शामिल है। तेज प्रताप ने जो पोस्टकार्ड शेयर किया है, उसमें आदरणीय श्री लालू प्रसाद जी के बदले आपरणीय श्री लालु प्रसाद जी लिखा हुआ है। वहीं, मसीहा को मसिहालिखा गया है, जबकि मूल्य को मुल्य, गरीबों को गरीवों और वंचित को बंचित लिखा गया है। उन्होंने मानवीय मूल्यों के आधार पर लालू प्रसाद की रिहाई की मांग राष्ट्रपति से की है।लालू प्रसाद को 23 जनवरी (शनिवार) को देर रात एयर एंबुलेंस से दिल्ली लाया गया था, जिसके बाद उन्हें एम्स के कार्डियोथोरेसिक सेंटर की कोरोनरी केयर यूनिट (सीसीयू) में भर्ती कराया गया। बताया जा रहा है कि उनकी किडनी बस 25 प्रतिशत ही काम कर रही है। इस बीच लालू प्रसाद के परिवार वालों और पार्टी का आरोप है कि आरजेडी नेता को षड्यंत्र के तहत 2018 में एम्स से हटाकर रांची के रिम्स भेज दिया गया था, जबकि यह बात हर किसी को मालूम थी कि वहां उस स्तर की चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं है, जिसकी दरकार लालू प्रसाद को है। \nलालू प्रसाद की रिहाई को लेकर अभियान की शुरुआत करने वाले तेज प्रताप यादव ने यह भी कहा कि उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाया गया और साजिश के तहत आज तक बंधक बनाकर रखा गया। उन्होंने कहा कि इस केस में जितने लोग थे सबको जमानत मिल गई है, लेकिन उनके पिता को बंधक बनाकर रखा गया है, जबकि उन्होंने गरीबों को आवाज दी और उनके लिए काम किया।
चेन्नई। कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत जे जयललिता की करीबी सहयोगी वी के शशिकला को आईसीयू में शिफ्ट किया गया है। जेल से रिहाई के कुछ ही दिन पहले शशिकला बुधवार को बुखार व सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद सरकारी बोरिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। प्राप्त जानकारी के मुताबिक शशिकला कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई हैं । लेकिन उनको अन्य कोई परेशानी नहीं हो रही है। शशिकला को फिलहाल ऑक्सीजन दिया जा रहा है जिससे उनका ऑक्सीजन स्तर 98 प्रतिशत के लगभग है। ऑक्सीजन का स्तर 95 या उससे अधिक रहना सामान्य माना जाता है। शशिकला को फेफड़ों में संक्रमण की समस्या बताई गई है। हालांकि उनकी हालत स्थिर है। \nएआईएडीएमके महासचिव और शशिकला के भतीजे टीटीवी दिनाकरण ने एएनआई से कहा कि मेरे पास विश्वसनीय जानकारी है कि शशिकला की हालत स्थिर है, डॉक्टर उनकी देखरेख कर रहे हैं। उनका अच्छी तरह से ख्याल रखा जा रहा है। इंफेक्शन के चलते उन्हें ऑक्सीजन देने की आवश्यकता पड़ी है. डॉक्टर अभी इस पर फैसला कर रहे हैं कि सीटी स्कैन की जरूरत है या नहीं। 63 वर्षीय शशिकला को तनाव, मधुमेह और हाइपोथॉयराइड जैसी बीमारियां हैं और फिलहाल उन्हें खांसी और बुखार की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शशिकला का पहले कोविड टेस्ट कराया गया था, जिसमें वो निगेटिव आई थीं। बेंगलुरु के परप्पना अग्रहरा जेल में सजा काट रहीं शशिकला को बुधवार को बुखार और सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्या आई थी, जिसके बाद उन्हें लेडी कर्जऩ मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट में भर्ती कराया गया था। यहां पर उन्हें सीटी स्कैन और दूसरे टेस्ट के लिए विक्टोरिया अस्पताल भेजा गया था, जहां बाद में उन्हें एडमिट कराया गया। भर्ती किए जाने के वक्त उनका ऑक्सीजऩ सैचुरेशन लेवल 80 था। उनका कोविड टेस्ट निगेटिव आने पर डॉक्टरों ने कहा था कि उनको SARI (Severe Acute Respiratory Infections) होने की आशंका है, और उन्हें दो-तीन दिनों में डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। हालांकि, अब शशिकला विक्टोरिया अस्पताल में कोविड-19 का इलाज करा रही हैं।उनकी तबियत खराब होने की खबर पर अस्पताल आए उनके भतीजे और अम्मा मक्कल मुनेत्र कडगम के महासचिव टीटीवी दिनाकरण ने बताया था कि उनकी हालत स्थिर है और डॉक्टर लगातार उनको मॉनिटर कर रहे हैं। बता दें कि अग्रहरा जेल में बंद वीके शशिकला को फरवरी, 2017 में आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में चार साल की सजा सुनाई गई थी। इस महीने के अंत तक वो जेल से रिहा होने वाली हैं।
मथुरा । किसानों ने उत्तर प्रदेश के मथुरा से भाजपा सांसद और अभिनेत्री हेमा मालिनी को न्योता भेजा है। किसानों ने हेमा मालिनी को पंजाब आने का न्योता दिया है। बता दें कि हाल ही में सांसद हेमा मालिनी ने किसान आंदोलन को लेकर विवादित बयान दिया था। इस पर किसान संगठनों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी।अब पंजाब के एक किसान संगठन ने हेमा मालिनी को न्योता दिया है। इस किसान संगठन ने बकायदा हेमा को पत्र भेजा है, जिसमें कहा गया है कि वह पंजाब आएं और यहां के किसानों को केंद्रीय कृषि कानूनों के फायदे बताएं। पंजाब के किसान संगठन कांधी किसान संघर्ष कमेटी की ओर से भेजे गए पत्र में मथुरा की सांसद हेमा मालिनी को पंजाब आने को कहा गया है।पत्र में लिखा है कि पंजाब के किसान आपसे मिलना चाहते हैं। इसके लिए आपको यहां आना होगा और किसानों को केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों के फायदे बताने होंगे। पत्र में संगठन ने लिखा है कि हेमा मालिनी के पंजाब आने की टिकट और फाइव स्टार होटल का एक सप्ताह का खर्च भी संगठन वहन करेगा।किसान संगठन अध्यक्ष भूपिंदर सिंह, उपाध्यक्ष जरनैली सिंह ने कहा कि पंजाब में हेमा मालिनी को भाभी के समान सम्मान दिया जाता है। भाभी मां के समान होती है। बता दें कि हेमा मालिनी ने किसान आंदोलन के बारे में कहा था कि किसान यह नहीं जानते कि उन्हें क्या चाहिए, उनके पास कोई एजेंडा नहीं है, वे विपक्ष के बहकावे में आ रहे हैं।गौरतलब है कि हेमा मालिनी के पति अभिनेता धर्मेंद्र लुधियाना के सहनेवाल के रहने वाले हैं। पठानकोट में धर्मेंद्र का फार्म हाउस है। अक्सर वे अपने खेतों की वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं। वहीं उनके बेटे सनी देओल गुरदासपुर से भाजपा के सांसद हैं।
सोशल मीडिया पर कांग्रेस पार्टी के एक विधायक का धमकी भरा वीडियो शेयर किया गया है। इसमें मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के स्थानीय विधायक हर्ष विजय गहलोत महिला एसडीएम कामिनी ठाकुर को धमकाते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने एसडीएम से कहा, 'अगर आप महिला न होतीं तो कॉलर पकड़ कर ज्ञापन देता।दरअसल, विपक्षी दल कांग्रेस ने केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए तीनों कृषि कानून के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। ऐसे में कांग्रेस के कई नेता और कार्यकर्ता देशभर में जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी कड़ी में रतलाम के सैलाना क्षेत्र में भी रविवार को कांग्रेस पार्टी के स्थानीय विधायक हर्ष विजय गहलोत के नेतृत्व में ट्रैक्टर रैली निकाली गई। रैली के दौरान केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानूनों के विरोध में जमकर प्रदर्शन हुआ और नारेबाजी भी की गई। वहीं, प्रदर्शन के बाद विधायक एसडीएम को एक ज्ञापन देने पहुंचे, लेकिन एसडीएम को ज्ञापन लेने के लिए बाहर आने थोड़ा सा समय लग गया। बस, इसी पर बात कांग्रेस विधायक नाराज हो गए। जब एसडीएम कामिनी ठाकुर ज्ञापन लेने पहुंचीं तो विधायक ने रौब दिखाते हुए उनसे बदतमीजी से बात की।उन्होंने महिला एसडीएम को इंतजार करवाने पर खरी-खोटी सुनाई और कुछ देर तक वाद-विवाद किया। हर्ष विजय गहलोत एसडीएम ठाकुर को खरी खोटी सुनाने के बाद भी नहीं रुके और अंत में उन्होंने यह कह डाला की अगर आप महिला न होतीं तो कॉलर पकड़कर ज्ञापन देता। इसके बाद विधायक ज्ञापन सौंपकर वहां से चलते बने। महिला अधिकारी को विधायक द्वारा धमकी देने वाला ये वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। साथ ही लोग विधायक की महिला अिधकारी के साथ हुई ऐसी बातचीत की सोशल मीडिया पर काफी निंदा भी कर रहे हैं। अब देखना ये होगा कि इस वायरल वीडियो पर कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व की प्रतिक्रिया कैसी होगी।
मुरैना। जिला के कांग्रेस चुनाव प्रभारी विकास उपाध्याय का जिला प्रशासन पर बड़ा हमला कहा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के दबाव में पूरा प्रशासन भाजपा के एजेंट की तरह काम कर रही है। विकास के साथ जिला के तमाम कांग्रेस पदाधिकारियों ने अभी जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंचकर प्रशासन द्वारा पक्षपात पूर्ण कार्यवाही किए जाने की शिकायत निर्वाचन आयोग से की है। विकास उपाध्याय ने कहा भाजपा के दबाव में प्रशासन भाजपा प्रत्याशियों को खुली छूट देकर रखी है और भाजपा के लोग सभी मर्यादा भूलकर मतदाताओं को सभी सीमाओं को लांघते हुए प्रलोभन देने का प्रयास कर रहे हैं और इस तरह से लगातार भाजपा द्वारा आचार संहिता का उल्लंघन किए जाने की शिकायत कांग्रेस द्वारा की जा रही है, परन्तु एक भी शिकायत प्रशासन द्वारा दर्ज नहीं की गई है। उपाध्याय ने कहा मुख्यमंत्री शिवराज को निष्पक्ष चुनाव कराने प्रोत्साहित होना चाहिए वे ऐसा न कर अपनी हार पहले से ही स्वीकार कर चुके हैं साबित कर रहे हैं।
पटना : दस सर्कुलर रोड स्थित पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी का सरकारी आवास महागठबंधन की राजनीति का वार रूम बन गया है. घटक दलों के साथ राजद की अनौपचारिक सहमति हाे चुकी है. औपचारिक घोषणा 48 घंटे के अंदर होने का पुख्ता अनुमान है. महागठबंधन के समन्वयक राजद सुप्रीमो की औपचारिक सहमति बाकी है. हालांकि, राजद ने उन प्रत्याशियों को सेल फोन से चुनाव लड़ने की हरी झंडी देनी शुरू कर दी है. सोमवार-मंगलवार सभी घटक दलों के साथ औपचारिक मीटिंग खत्म हो चुकी है. दस सर्कुलर रोड पर पंद्रह दिनों से लगा प्रत्याशियों का जमघट खत्म हो गया. मंगलवार को आवास के बाहर पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा. इस बीच महागठबंधन के सभी दलों के बीच सहमति करीब-करीब हो चुकी है. सीट समीकरण फिक्स हो चुके हैं. पार्टी के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक राजद 150 सीटों तक चुनाव लड़ सकता है. वह अपने कोटे से झामुमो को दो सीट दे सकता है. समाजवादी पार्टी के मना करने के बाद उसके लिए विशेष कोटे की सीटें राजद अपने पास ही रखेगा.शेष सीटों में से 58 सीटें कांग्रेस को दी जानी हैं. दो सीटों पर अभी कममकश चल रही है. करीब 25 सीटें वाम दलों को दिया जाना प्रस्तावित हुआ है. हालांकि, सबसे अधिक सीटें माले को दी जायेंगी. शेष सीटों पर वीआइपी जोर आजमायेगी. पार्टी सूत्रों के मुताबिक इस समीकरण में कोई खास बदलाव होना बहुत कठिन है.महागठबंधन दलों के घटक दल अब अलग से कोई घोषणा नहीं करेंगे. संभवत: प्रत्याशियों की घोषणा महागठबंधन एक साथ कर सकता है. फिलहाल नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव एक दो दिनों में रांची जा सकते हैं. यहां वे न केवल राजद प्रमुख लालू प्रसाद से मुलाकात करेंगे. बल्कि, वे झारखंड मुक्ति मोर्चा प्रमुख से भी मुलाकात करेंगे.
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